Think

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Friday, December 14, 2012

गलती



मेरी अच्छाई को तूने मेरी कमज़ोरी समझा,
मेरे प्यार को तूने मेरी मजबूरी समझा...
हाथ पकड़ा मैंने हर बुरे वक़्त तेरा,
पर हर परेशानी को तूने दूरी समझा ||

वापस लेता हूँ आज हर वादा तुझसे,
गलती मेरी थी जो तुझे उनके काबिल समझा...
नहीं है तू मुझसी न होने की हिम्मत है तुझमे,
गलती मेरी थी जो तुझे रूह में शामिल समझा ||


   -    अविनाश 

Friday, November 9, 2012

गुज़ारिश




जिंदा रह के भी कौन जिंदा है यहाँ ?
जीना चाह के भी कौन जिया है यहाँ ?

अपना हक समझ कुछ सपने देख बैठे,
पर पाके भी उन्हें कौन पाया है यहाँ ?

बदलती है ज़िन्दगी बदलना उसूल है शायद,
पर सब कुछ बदल के भी, कौन बदल पाया है यहाँ ?

तुझे रोकना चाहता हूँ दिलों जान से,
पर जाने वाले को कौन रोक पाया है यहाँ ?

कशिश रहेगी तेरे दिल में भी ज़िन्दगी भर,
मुझसा प्यार कौन कर पायेगा यहाँ ?

अभी भी वक़्त है लौट आ,
गुजरा वक़्त कौन लौटा पाया है यहाँ ?

-    अविनाश 

Tuesday, September 25, 2012

जन्नत


आज फिर मेरे साथ उस जन्नत का एहसास कर लो,
आज फिर अपने कदमों को मेरे साथ कर लो...

मेरे छूने से जिस प्यार की बूंद मचलती है,
आज फिर उस प्यार की बरसात कर लो...

डरता हूँ के तनहा न रह जाएं हम - तुम,
इस डर से आज मुझे और खुद को आज़ाद कर लो...

उस दुनिया में हज़ार बंधन हैं, इस दुनिया में मैं खड़ा हूँ,
कदम बढ़ा के अपनी दुनिया आबाद कर लो...


आज फिर मेरे साथ उस जन्नत का एहसास कर लो....

                                               - अविनाश 

Wednesday, August 22, 2012

समंदर



ऐ समंदर कुछ पानी उधार देदे,
के पलकें भिगोने को जी चाहता है...
मेरे आँखों के आंसू सूख चुके हैं,
पर आज फिर रोने को जी चाहता है...

तेरी बेबसी मेरी बेबसी से बढ़कर नहीं,
के पाया हुआ सब खोया नहीं जाता है...
ऐ समंदर कुछ पानी उधार देदे,
के आज फिर रोने को जी चाहता है...


  -    अविनाश 

Saturday, July 7, 2012

मेरे पीछे नहीं मेरे साथ चल


मेरे पीछे नहीं मेरे साथ चल, हर रास्ता हम खुद बनायेंगे |
इक मंजिल होगी तेरी नज़र में, हर मंजिल को हम साथ पाएंगे ||

बड़ा ज़ालिम था वो तूफ़ान जो कश्ती डुबो दी हमारी |
तेरा साथ है तो साहिल हम तैर कर पाएंगे ||

मेरे पीछे नहीं मेरे साथ चल, हर रास्ता हम खुद बनायेंगे J


        -    अविनाश